|| आजे वल्लभ पधारियां ||
आजे वल्लभ पधारियां मारे आँगने रे उर मा आनन्द थाये - ३
मैं तो मोतीडा ना चौक पूराविया ,मैं तो कदली ना स्तम्भ छे रोपाविया -२
हैये हरक न माये
आजे वल्लभ पधारियां मारे आँगने रे उर मा आनन्द थाये - २
हूँ तो फुलड़ा मँगाऊ भात भात ना , रुड़ा हर गुन्थाऊ पारिजात ना - २
वधावु श्री गोकुल नाम
आजे वल्लभ पधारियां मारे आँगने रे उर मा आनन्द थाये - २
हूँ तो कर जोड़ी ने विनंती करू, मारा वाला ना चरणे आ शीश धरु -२
उर जो मारी आये
आजे वल्लभ पधारियां मारे आँगने रे उर मा आनन्द थाये - २
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